Keyword research ke baad SEO ka jo dusra sabse important part hai wo hai On-Page SEO.
Agr apke blog post ka on-page seo hi accha nhi hai to aap us blog post ko backlink ki help se kitna hi dhakka marlo at the end wo blog post rank nhi hone wala.
To akhir krte kese hai ye on-page seo?
SEO agency me kaam krte krte jo jo mene on-page seo ke bare me seekha hai, mai wo aaj sb kuchh is blog post ke jariye apke sath share krne ja rha hu.
To chaliye shuru karte hai On-page SEO.
On-Page SEO me shamil hone wale main points:
- Blog Content Proofreading
- Keywords
- Title
- URL
- Meta Description
- Introduction or pehala paragraph
- H1 Heading
- H2,H3… Headings
- Answer Targeting
- Image Size & Format
- Image Alt Tag Writing
- Schema Markup (*FAQ Schema)
- Internal Linking
- External Linking
- Canonical Tag
- Blog Category
- Other SEO Plugin (Like Rank Math) Guidelines
- Request for Indexing
1. Proofreading:
Proofreading kya hoti hai, or proofread krte samay kin-kin bato ka dhyaan rakhana chahiye, in sabke bare me ham pahle hi discuss kr chuke hai. Agar aapne proofreading pr isse pahle wali blog post nahi pdhi hai to yaha pd sakte hai:
Proofreading karke blog post me changes karne ke baad ham blog post ko website pr new post bana kar draft me edit karenge. kese? dekhte hai aage-
2. Focus Keywords:
On-page seo kyo krte hai?
Kyoki ham chahte hi hamari blog post google me rank ho. pr hame ye bhi to pata ho ki jis bhi blog post ko ham search engine ke liye optimize kar rhe hai, us blog post ko ham kin queries par rank karwana chahte hai?
Hamre paas kuchh keywords to ho ki haa in search queries par yaa in keywords par ham is blog post ko rank karwana chahate hai.
par ye keywords ki list milegi kaha?
Aapko keywords ki koi tenson nhi leni hai. jis bhi person ne content writer ko task diya h content likhne ke liye usne keyword research jaroor ki hogi. To bas aapko wo keywords ki list chahiye on-page seo karne ke liye.
Chalo ab keywords ki list bhi mil gayi, ab aage kya?
3. Blog Post Title Writing:
Agar aapka blog post rank bhi kar rha hai par fir bhi aapki website par traffic me koi improvement nhi horha hai to samajh leejiyega ki aapki headlines me dam nhi h boss.
Log search results me aapka blog dekh to rahe hai par click karke aapki blog post pr nhi arhe hai.
To kya kiya jaye ki dusare 9 results dikhne ke baad bhi log aapke blog post pr click kare?
kese likhe attractive, click-worthy title?
Hai kya koi formula, title or headings likhne ka?
Yes!
Kuchh points hai jinka aapko dhyaan rkhna hai title or headings likhte time.
Or jo sabse important point hai wo kya hai?
“Your Target Audience”
Apko aapki target audience ko samajhna pdega.
To ye kaam aap kese kar skte hai?
Questioning!
Apko bas apne aap se question karna hai:
- is search query ke pichhe kya karan ho skta hai?
- search karne walo ki kya problem/pain ho skta hai jinse wo chhutkara pana chahate hai yaa kya desires ho skti hai jinko wo poora karna chahate hai?
- kya aisi rukawate (blockers) hai jinki wajah se search karne wala apni problem ko theek nhi kar paa rha yaa apni desires ko poora nhi kar paa rha?
- aap kese un blockers ko hata skte hai? sabse aasaan tarike se yaa kam se kam time me, yaa kam se kam paiso me?
Bas ye 4 questions ka answer mil gya, samjho aapne target audience ki dukhti nas bhi pakad lee or uska eelaaj bhi pata kar liya.
in chaaro points se hum ik formula bhi bana sakte hai:
Odd Number | Power Word/ Powerful Adjective | Focus Keyword | Sloth Word |
Sloth words: Sb ke sb aalsi h…Sloth ki tarah… yes.. sbko answer/problem ka solution chahiye bina kisi jhanjhat ke, bina kisi mathapachi ke (kam se kam time me, kam se kam efforts me or kam se kam paiso me). To aise hi solution do apne target audience ko.
Add these type of words: In No Time, At Free of Cost, On Finger Tips, In Next 5 Minutes, at 85% Discount, On Sitting Your Chair, etc.
Some Examples of Title:
Focus keyword: “how to make money online”
Understanding the target audience:
- Pese kamana chahta hai
- online hi kamana chahata h yaani ghar se bahr bhi nhi jana chahta/remote work karna chahta hai/physical boundations nhi chahiye
- kyo nhi kma parha? kyoki knowledge nhi hai.
Title 1: 3 Secret Ways to Earn $1K/Day Online without Leaving Your Bed
Title 2: How I made $10K/Day Online while Traveling the World
Chalo jo sabse jaroori point that heading likhne ke liye wo to hamne achche se samajh liya par kya kuchh or bhi baaki hai kya?
Haa bhai, abhi to bahut kuchh baki hai; ye to starter tha. 🙂
(are abhi to party shuru huyi hai…..)

chalo chair par baithe baithe hi aage badhte hai.
Blog titles pr bahut sare SEOs experiments karte rahte hai or unke results par bahut sare data publish hote rahte hai.
To un sabhi data or stats pr na jate huye me yha pr direct kuchh points share kar rha hu jinko aap title or headlines likhte time use kr skte ho (or use karna chahiye agr clicks chahiye to)
- Use Year in Title: (2022)
- Brackets: [Updated], [FREE], [LATEST]
- Odd Numbers
- Titlecase but connecting words in smallcase (How to Write Catchy Headlines)
- Words that Drive Actions (Get Free Copy Now)
- Be Creative with Adjectives
- Negative Keywords (You Can’t Make Money Online if You Don’t Do This) (zig-zag content publishing: jb sab positive topic pr blog publish kar rhe ho tab aap negative keywords ko pakdo. Everyone “Why You should Invest in LIC IPO?” .. then You “Do Not Invest in LIC IPO.” You should be like “duniya chale aagaadi to me chalu pichhadi”
- Ideal Length of title: 55-65 characters. (use Rank Math Plugin for this)
Examples:
3 Expert ways to Learn SEO that will Not Cost a Penny!
3 Costless Ways to Learn SEO [with Google Certificates]
9 Most Effective Skincare Steps to Get Glass Skin [Free Pdf]
5 Tips to Get Crystal Clear Skin in 3 Days [100% Working]
तो चलिए दोस्तों शुरू करते हैं URL लिखना तो ब्लॉक पोस्ट की URL कैसे लिखी जाए?
क्या क्या पॉइंट है जो ध्यान में रखना चाहिए?
इसी के बारे में हम डिस्कस करते हैं
तो सबसे पहले हमें क्या करना है; URL मैं Focus Keyword का प्रयोग करना है
- इसके साथ साथ हमें देखना है कि URL के अंदर हम ऐसे वर्ड का यूज नहीं करेंगे जो टाइम के साथ-साथ चेंज हो सकते हैं जैसे कि ईयर, नंबर ऑफ पॉइंट.
- और हमें URL को शॉर्ट में ही रखना है ऐसा नहीं है कि एक कंप्लीट लाइन को ही आपने URL बना दी है हम URL को जितना शॉट रख सकते हैं उतना शार्ट रखने की कोशिश करते हैं.
नेक्स्ट आते हैं हम मेटा डिस्क्रिप्शन पर
तो आपको पता ही होगा मेटा डिस्क्रिप्शन क्या होता है .
जब कोई भी यूजर गूगल पर सर्च करता है तो उसे तीन चीजें दिखाई देती है
- पहला ब्लॉक पोस्ट का URL
- फिर उसका टाइटल और
- उसके नीचे दो तीन लाइन और होती है जिसके अंदर ब्लॉक से रिलेटेड ही इनफॉरमेशन होती है
यह मेटा डिस्क्रिप्शन ही होता है तो मेटा डिस्क्रिप्शन लिखना काफी इंपोर्टेंट है और इसे लिखते टाइम हमें कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए जैसे कि
Point 1: मेटा डिस्क्रिप्शन मैं फोकस कीवर्ड आना चाहिए इसके साथ साथ इस तरीके से हमें लिखना चाहिए कि अगर यूज अपना मेटा डिस्क्रिप्शन पड़ता है तो पढ़ने के बाद में उसे लगना चाहिए कि इस ब्लॉग पोस्ट में मेरे लिए कुछ वैल्यू है तभी विजिटर्स उस रिजल्ट को देखकर अपने ब्लॉग पोस्ट पर आएगा अगर विजिटर को ऐसा लगा कि इसके अंदर इतनी वैल्यू कंटेंट नहीं है तो वह अपनी वेबसाइट पर नहीं आएगा .
Point 2: मेटा डिस्क्रिप्शन लिखते टाइम पर हमें ध्यान में रखना है; जैसा कि हमें हमने पहले टाइटल कैसे लिखते हैं इसमें डिस्कस किया कि हमें पता होना चाहिए की सर्च करने वाली की प्रॉब्लम क्या है उसकी डिजायर क्या है और उस प्रॉब्लम का सॉल्यूशन कैसे हम सिंपल फॉर्म में प्रोवाइड कर सकते हैं या उसकी डिजायर को कैसे बिना किसी ज्यादा टाइम, मनी, एनर्जी इन्वेस्ट किए बिना किसी प्रॉब्लम को कैसे सॉल्व किया जा सकता है.
Point 3: वैसे मेटा डिस्क्रिप्शन मैं वर्ड्स काउंट की भी लिमिटेशंस होती है जिसके लिए हम एक प्लगइन का प्रयोग करेंगे
तो अगर हमें अपने टारगेट ऑडियंस की प्रॉब्लम के बारे में पता है उनकी डिजायर के बारे में पता है, क्या ऐसे रीजन से जिनकी वजह से टारगेट ऑडियंस अपनी प्रॉब्लम को सॉल्व नहीं कर पा रहे हैं या फिर अपने डिजायर को पूरी नहीं कर पा रहे हैं तो हम आसानी से टाइटल और मेटा डिस्क्रिप्शन लिख सकते हैं .
तो चलिए आगे बढ़ते हुए हम डिस्कस करते हैं इंट्रोडक्टरी पैराग्राफ के बारे में
तो On-Page SEO के पर्सपेक्टिव से हमें अपने फोकस की-वर्ड को ब्लॉक पोस्ट के फर्स्ट पैराग्राफ में यूज करना चाहिए ताकि गूगल के Crawlers को ब्लॉक पोस्ट के शुरुआत में ही पता लग जाए कि यह ब्लॉग पोस्ट किस टॉपिक के बारे में है यह गूगल को या गूगल के Bots को हेल्प करता है अपने ब्लॉग पोस्ट के बारे में समझने में .
- तो पहला पॉइंट; फर्स्ट पैराग्राफ में हमें फोकस की-वर्ड का यूज करना है
- दूसरा पॉइंट; हमें पैराग्राफ में यूजर की प्रॉब्लम या फिर उनके बारे में डिस्कस करना है
- हमें विजिटर को यकीन दिलाना है कि इस ब्लॉग पोस्ट में आपकी प्रॉब्लम का या फिर डिजायर को अचीव करने का सॉल्यूशन है
- अब हमें कंटेंट में अपनी Expertise शो करनी है जिससे कि विजिटर को यकीन हो पाए की मैं जो कंटेंट पढ़ रहा हूं वह किसी एक्सपर्ट ने लिखा है और उसके पास मेरी प्रॉब्लम का सॉल्यूशन है . तो यह काम हम कैसे कर सकते हैं? इसके लिए हम अपना एक्सपीरियंस शेयर कर सकते हैं या फिर अपने बारे में ऐसा कुछ बता सकते हैं कि जिससे कि विजिटर को यकीन आ पाए कि मैं सही पेज पर हूं .
चलिए दोस्तों अब हम सीखते हैं h1 हेडिंग कैसे लिखते हैं
- H1 हेडिंग के लिए हमें ध्यान रखना है कि हम अपने कंटेंट में क्या-क्या कवर करने जा रहे हैं
- हम कोशिश करते हैं कि सभी H2 Headings, H1 Heading की Sub-Headings बन जाए
- इसके साथ ही हम थोड़ा ध्यान रखेंगे की h1 हेडिंग को भी थोड़ा अट्रैक्टिव बना सकते हैं
अब हमें देखना है कि हमें बाकी Headings को कैसे लिखनी है .
तो इसके लिए जैसे हमने टाइटल को लिखना सीखा था वैसा ही रूल यहां पर भी फॉलो करना है हमें हर एक हेडिंग को टाइटल की तरह ही ट्रीट करना है .
चलिए अब देखते हैं कि हम पैराग्राफ में किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए
तो पैराग्राफ्स में हमें जो एक इंपोर्टेंट बात है वह यह है कि हमें आंसर टारगेटिंग पर फोकस करना है .
अब यह आंसर टारगेटिंग क्या होती है?
हम अपने ब्लॉग पोस्ट में विजिटर्स की बहुत सारी क्यों Quries का सॉल्यूशन प्रोवाइड करते हैं. विजिटर्स के कुछ Questions होते हैं जिनका आंसर हम अपने ब्लॉग के माध्यम से प्रोवाइड करते हैं .
तो हमें ध्यान रखना है कि हम जब भी किसी Query का आंसर दे रहे हैं तो उस आंसर से पहले हमें Question को पुट करना है .
इससे क्या हेल्प होगा कि जैसे ही कोई विजिटर उस Query को गूगल पर सर्च करता है तो यह गूगल को हेल्प करेगा कि exact यही Query इस ब्लॉग पोस्ट में है और इसके आगे आने वाली लाइंस में इसका आंसर है.
तो गूगल Bots सीधा उन लाइंस को पिक करते हुए सर्च रिजल्ट में डायरेक्टली शो कर सकता है .
तो हमें ध्यान रखना है कि जैसे कोई पैराग्राफ किसी Query का आंसर दे रहा है तो उस आंसर से पहले हमें Question पुट करना है .
पॉइंट नंबर 2:
इसके साथ-साथ पैराग्राफ को थोड़ा और अट्रैक्टिव बनाने के लिए हम उसमें बहुत सारे एलिमेंट ऐड कर सकते हैं जैसे की
- बुलेट पॉइंट ऐड कर सकते हैं
- बोल्ड कर सकते हैं
- इटैलिक में शो कर सकते हैं
- लॉन्ग वॉल ऑफ टेक्स्ट को मल्टीपल पैराग्राफ में डिवाइड कर सकते हैं
- बीच-बीच में इमेजेस ऐड कर सकते हैं और
- अगर हम एलिमेंटर या फिर गुटेनबर्ग एडिटर का प्रयोग कर रहे हैं तो इन एडिटर्स में बहुत सारे ऐसे एलिमेंट होते हैं जिनकी हेल्प से हम अपने ब्लॉग पोस्ट को थोड़ा अट्रैक्टिव बना सकते हैं जैसे कि Accordion एलिमेंट हो गया या फिर Icon List हो गया . तो हम ऐसे बहुत सारे एलिमेंट का यूज़ करते हुए अपने ब्लॉग पोस्ट को थोड़ा अट्रैक्टिव बना सकते हैं .
तो चलिए दोस्तों अब हम इमेजेस पर बात कर लेते हैं
हमें अपने ब्लॉग पोस्ट में ही जहां पर भी जरूरत है वहां पर इमेजेस का यूज करना चाहिए .
तो इमेजेस अपलोड करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए उस पर हम डिस्कस कर लेते हैं:
- सबसे पहली बात हमें डिसाइड करना है कि हमें ब्लॉक पोस्ट पर किस साइज की इमेज अपलोड करना है और जितने भी इमेजेस हम ब्लॉग पोस्ट में यूज करते हैं उनकी साइज भी हमें सेम ही लेना है जिससे कि ब्लॉग पोस्ट में एक Uniformity आए .
- Generally ब्लॉग इमेजेस और फीचर्ड इमेज की साइज 1200*628 px रखते हैं .
- हम इसके लिए कैनवा एक जो कि एक फ्री टूल है, का प्रयोग कर सकते हैं आपको जो भी इमेज ब्लॉग पोस्ट पर डालनी है उसको हम कैनवा पर अपलोड करके यूनिफॉर्म साइज कर सकते हैं और फिर वेबसाइट पर अपलोड कर सकते हैं
पर इमेज का फॉर्मेट कैसा होना चाहिए जैसे कि PNG, JPEG, or WebP?
इसकी डिटेल में ना जाते हुए मैं आपको रिकमेंड करता हूं कि आप हमेशा अपनी वेबसाइट पर WebP फॉर्मेट में ही इमेजेस को अपलोड करें . इसके बहुत सारे बेनिफिट है .
WebP में कन्वर्ट करने के लिए हम बहुत सारे टूल का प्रयोग कर सकते हैं जो कि इजीली गूगल करने पर आपको मिल जाएंगे
अब आते हैं इमेज के नामकरण पर यानी कि Alt Text
तो क्या होता है अल्टरनेटिव टेक्स्ट?
और क्यों जरूरी है अल्टरनेटिव टेक्स्ट डालना?
बेसिकली अल्टरनेटिव टेक्स्ट से हम विजुअली इंपेयर्ड विजिटर्स की हेल्प करते हैं .
अगर कोई पर्सन देख नहीं सकता तो उसको इमेज एक्सप्लेन की जा सके .
तो उसके लिए हमें बताना होगा कि
- इमेज में क्या है?
- यह इमेज क्या मैसेज प्रेजेंट कर रही है?
तो यही डिटेल हमें ऐड करनी होती है इमेज के अल्टरनेटिव टेक्स्ट में .
पर इसका हम यूज कैसे कर सकते हैं जिससे कि गूगल पर हमारे ब्लॉग पोस्ट की रैंकिंग में इंप्रूवमेंट आए?
अल्टरनेटिव टेक्स्ट लिखते समय दो बातों का ध्यान रखना है:
- पहली बात; हमें अल्टरनेटिव टेक्स्ट में यह बताना है कि इमेज में क्या दिख रहा है?
- और दूसरा हमें देखना है कि इस इमेज के साथ हम अपना फोकस कीवर्ड कैसे यूज कर सकते हैं?
- फिर हम इन दोनों को मिलाकर अल्टरनेटिव टेक्स्ट लिख सकते हैं
चलिए एग्जांपल के साथ समझते हैं
Maan lijiye ki ham ik blog post likh rahe hai jiska title hai: “On-Page SEO kese kare?” Jisme hamne ye image use ki hai-

To kese likh sakte hai is image ke liye ‘Alt tag’?
Step 1: What is in the image? “A man sitting before desktop and typing on keyboard”
Step 2: Our Target Keyword? “On-Page SEO”
Alt Tag: “A man sitting before his desktop and doing On Page SEO for higher google ranking”
चलिए अब हम बात करते हैं Schema Markup की
तो चलिए समझते हैं Schema Markup को आसान भाषा में .
तो इसकी Schema Markup आपकी क्लास का एक इंटेलिजेंट विद्यार्थी है यानी कि पढ़ाकू कीड़ा है और आप? आपको आता है पढ़ने लिखने में जोर.
अब कल एग्जाम है और आपको आता जाता कुछ है नहीं तो आप क्या करते हो?
आप शॉर्टकट अपनाते हो आप सीधे अपने इंटेलिजेंट दोस्त के पास जाते हो और उसे बोलते हो कि जल्दी से मुझे बता दें कि सिलेबस में क्या-क्या है और क्या-क्या इंपोर्टेंट है?
और आपका दोस्त अपनी दोस्ती निभाते हुए आपको अपनी देसी भाषा में शार्ट में सब कुछ समझा देता है कि यह फर्स्ट चैप्टर है इसमें यह सब कुछ है इसमें यह इंपॉर्टेंट है; यह सेकंड चैप्टर है इसके अंदर इसके बारे में है यह क्वेश्चन है इनमें से जो इंपॉर्टेंट है .
इन सब बातों का यहां पर क्या सेंस?
सेंस है
वह जो इंटेलिजेंट परसन है उसको हम मान लेते हैं Schema Markup और जो बैकबेंचर्स या फिर जो पढ़ता लिखता नहीं है उसको हम मान लेते हैं Google Bots, और सिलेबस को मान लेते हैं वेबसाइट कंटेंट .
तो Google Bots को वेबसाइट के कंटेंट को समझने के लिए काफी प्रॉब्लम या फिर काफी एनर्जी खपानी पड़ती है इस जगह स्कीमा मार्कअप क्या करता है वो किसी भी वेबसाइट में जो भी इंपोर्टेंट कंटेंट हैं उनको शॉर्ट में Google Bots को बता देता है कि यह वेबसाइट है इसका यह बिजनेस है, इसका एड्रेस यह है, यह फिजिकल स्टोर है, इनकी यह सर्विस है, इस टाइम तक ओपन रहते हैं, यह एक ऑर्गेनाइजेशन है इत्यादि .
स्कीमा मार्कअप एक लैंग्वेज है जो गूगल को शार्ट में या कहे तो डायरेक्ट इनफॉरमेशन प्रोवाइड करती है
तो हम स्कीमा मार्कअप का प्रयोग कहां कर सकते हैं? और कैसे कर सकते हैं?
तो आइए चर्चा करते हैं कुछ इंपॉर्टेंट स्कीमा मार्कअप पर
सबसे पहले बात करते हैं हम FAQ Schema की
हम अपने ब्लॉग पोस्ट में मैक्सिमम टाइम कुछ न कुछ Questions ऐड करते ही हैं तो ऐसा क्या किया जाए कि जैसे ही कोई गूगल पर उसी के Question को Query के फॉर्म में सर्च करें और आपका आंसर के सामने अपीयर हो जाए?
तो इसके लिए हम अपने ब्लॉग पोस्ट में FAQ Schema का प्रयोग कर सकते हैं .
तो कैसे इनेबल करें FAQ Schema?
वर्डप्रेस में FAQ Schema इनेबल करने का सबसे आसान तरीका है Rank Math Plugin या फिर Yoast Plugin का प्रयोग
इन Plugin को इंस्टॉल करते ही हमारे एडिटर्स वाले डैशबोर्ड में एक एलिमेंट और ऐड हो जाता है FAQ Schema
तो कैसे ऐड करें FAQ Schema?
FAQ Schema एलिमेंट को पोस्ट में ऐड करो और Question वाले सेक्शन में Question ऐड करो आंसर वाले सेक्शन में आंसर ऐड करो
इसी तरह से हम बहुत सारे FAQ Schema का प्रयोग कर सकते हैं .
जैसे कि अगर आपने अपने ब्लॉग पोस्ट में कोई “how to” गाइड पर कंटेंट लिख रखा है तो हम वहां पर “how to Schema” का प्रयोग कर सकते हैं .
अगर हमने अपने ब्लॉग पोस्ट में किसी रेसिपी के बारे में बता रखा है तो हम “recipe schema” का प्रयोग कर सकते हैं .
ज्यादातर टाइम हम इन्हीं स्कीमा का प्रयोग करते हैं .
वैसे Schema Markup की 200 प्लस अलग-अलग टाइप है जिनको हम यूज कर सकते हैं लेकिन एक ब्लॉक पोस्ट के लिए जो इंपॉर्टेंट Schema Markup है उनके बारे में हमने डिस्कस कर लिया है .
चलिए अब बात करते हैं इंटरनल लिंकिंग पर
इंटरनल लिंकिंग करते समय हमें कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए जैसे कि
- हमें इंटरनल लिंकिंग सिमिलर ब्लॉग केटेगरी वाली पोस्ट से ही करना है
- हमें कंटीन्यूअस 2 वर्ड्स पर इंटरनल या एक्सटर्नल लिंकिंग नहीं करना है
- इंटरनल लिंकिंग करते समय हमें एंकर टेक्स्ट पर ध्यान देना चाहिए हमें इस तरह के एंकर टेक्स्ट नहीं बनाने चाहिए जैसे कि ‘Click here’, know more, ‘यहां क्लिक करें’, ‘ यहां दबाएं’; इसके बजाय हम प्रॉपर ब्लॉग पोस्ट का टाइटल यूज कर सकते हैं
आउटबाउंड लिंकिंग करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
- सबसे पहली बात हमें हमेशा High Authoriy & High Domain Rating वाली वेबसाइट को ही आउटबाउंड लिंक देना है
- हमें अपने लगभग सिमिलर नीस वाली वेबसाइट को ही लिंक देना है पर सिमिलर कंटेंट वाले ब्लॉग पोस्ट पर लिंक नहीं देना चाहिए यह तो बिल्कुल वैसी ही बात हो जाएगी कि आपकी समोसे की दुकान है कोई आपकी दुकान पर समोसा खाने आता है और आप उसको किसी दूसरे समोसे की दुकान पर भेज देते हो
- हमें अपने ब्लॉग पोस्ट में बहुत ज्यादा एक्सटर्नल लिंक नहीं देना है एक ब्लॉग पोस्ट में दो या तीन इतना ही हम एक्सटर्नल लिंक देना अच्छा रहता है
- हमें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि एक्सटर्नल लिंक को हमेशा “Open in new tab” का ऑप्शन सेलेक्ट करना है
इसके साथ हमें कुछ और पॉइंट पर ध्यान देना चाहिए जैसे कि
क्या हमने ब्लॉक पोस्ट को सही कैटेगरी में डाला है?
क्या हमने कैनॉनिकल टैग ऐड कर दी है?
कैनॉनिकल टैग के बारे में शार्ट में समझे तो यह बताता है कि हमारा जो कंटेंट है इसका जैसा दूसरा और कंटेंट नहीं है यह एक ओरिजिनल कंटेंट है अगर हमारा कंटेंट डुप्लीकेट है तो हम उस ब्लॉग पोस्ट में जो हमारा ओरिजिनल ब्लॉग है उसकी लिंक ऐड कर देंगे कैनॉनिकल टैग वाले सेक्शन में .
तो हमने On-Page SEO के बारे में डिस्कस कर लिया है .
तो किसी भी ब्लॉग पोस्ट को पब्लिश करने से पहले आप अपने आप से यह कुछ Questions पूछ सकते हो और जब सभी Questions पर राइट मार्क हो या जवाब ‘हां’ में मिल जाए तब जाके पब्लिश बटन को क्लिक कर सकते हो
क्या आपने अपने ब्लॉग कंटेंट को अच्छे से प्रूफ रीड कर लिया है? कि उसमें किसी तरह की ग्रामेटिकल मिस्टेक्स ना हो पढ़ने में इजी हो ज्यादा कॉम्प्लिकेटेड वर्ड्स का यूज नहीं किया गया हो
क्या आपके ब्लॉक पोस्ट का टाइटल click-worthy है? क्या लोग इस टाइटल को पढ़ने के बाद क्लिक करके आपके ब्लॉग पोस्ट पर आएंगे?
क्या आपके ब्लॉग पोस्ट की लिंक शार्ट है? उसमें फोकस कीवर्ड है? और उसमें टाइम सेंसिटिव वर्ड नहीं है?
क्या आपके ब्लॉग पोस्ट का मेटा डिस्क्रिप्शन अट्रैक्टिव है? उसमें फोकस कीवर्ड है?
क्या आपके ब्लॉग पोस्ट के पहले पैराग्राफ में फोकस कीवर्ड है?
क्या आपके ब्लॉग पोस्ट का पहला पैराग्राफ विजिटर का ध्यान आकर्षित कर रहा है?
क्या आपके ब्लॉग पोस्ट के फर्स्ट पैराग्राफ को पढ़ने के बाद विजिटर को ऐसा फील होगा कि इस ब्लॉग पोस्ट में मेरी प्रॉब्लम का सॉल्यूशन मिल जाएगा?
क्या आपके ब्लॉग पोस्ट की H1 हेडिंग सही है? उसमें बाकी H2 हेडिंग के पॉइंट है?
क्या आपने अपने ब्लॉग पोस्ट की सभी हेडिंग को टाइटल ट्रीट किया है?
क्या आपके ब्लॉग पोस्ट के पैराग्राफ में सही समय पर सही एलिमेंट्स का जैसे कि नंबर, बुलेट प्वाइंट्स, और अदर एलिमेंट का यूज़ किया गया है?
आपके ब्लॉग पोस्ट के पैराग्राफ शार्ट है? एक पैराग्राफ में 3 या मैक्सिमम चार लाइन ही है?
क्या आपने ब्लॉक पोस्ट में सही जगह सिमिलर कंटेंट या सिमिलर केटेगरी वाले कंटेंट को इंटरनली लिंक किया है?
क्या आपने जहां जरूरत है वहां पर अच्छे ‘high authority’ वाले सोर्स को एक्सटर्नल लिंक दी है?
क्या आपने अपने ब्लॉग पोस्ट में ‘Schema Markup” का प्रयोग किया है?
क्या आपने अपने ब्लॉग पोस्ट में इमेजेस का प्रयोग किया है?
क्या आपने सभी इमेजेस पर अल्टरनेटिव टेक्स्ट ऐड कर दिया है?
क्या आप के ब्लॉग पोस्ट की सभी हेडिंग्स का फॉर्मेट ठीक है? यानी इंर्पोटेंट वर्ड्स को Capitalise और कनेक्टिंग वर्ड्स को smallcase में रखा है?
क्या आपने अपने ब्लॉग पोस्ट को सही कैटेगरी में ऐड किया है?
क्या आप अपने ब्लॉग पोस्ट का सही User डिफाइन किया है?
यदि इन सब क्वेश्चन का आंसर हमें है तो गो अहेड एंड हिट दी पब्लिश बटन.